गौरक्षा के नाम पर युवक से मारपीट और लूट: कुर्मी समाज का प्रदर्शन, पुलिस ने दो आरोपी भेजे जेल

📍 कवर्धा| गौरक्षा के नाम पर आनंद चंद्रवंशी के साथ हुई मारपीट के मामले में कबीरधाम पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आज तड़के सुबह दो आरोपियों—सागर साहू और पूरन पाली—को गिरफ्तार किया। दोनों के विरुद्ध थाना सिटी कोतवाली में अपराध क्रमांक 314/2025 के तहत भारतीय न्याय संहिता की धारा 115(2), 191(2), 191(3), 296, 331(6) और 351(3) के अंतर्गत प्रकरण दर्ज किया गया था। पुलिस ने प्राथमिकी जांच, सीसीटीवी फुटेज और अन्य साक्ष्यों के आधार पर दोनों आरोपियों से पूछताछ की, जिसमें उन्होंने अपराध स्वीकार किया। इसके पश्चात उन्हें न्यायालय में प्रस्तुत कर जेल भेज दिया गया।
पढ़े पूरा घटनाक्रम….
▶️ 1. रविवार रात: आनंद चंद्रवंशी के साथ मारपीट और लूट की वारदात
रविवार रात कवर्धा शहर में आनंद चंद्रवंशी के साथ कथित गौरक्षकों ने बेरहमी से मारपीट की। आनंद स्कूटी से अपने घर लौट रहे थे, तभी देखा कि कुछ लोग एक अन्य युवक को पीट रहे हैं। जब वे बीचबचाव करने पहुंचे, तो 40-50 लोगों की भीड़ ने उन्हीं पर हमला कर दिया।
पीड़ित आनंद चंद्रवंशी ने बताया कि मारपीट के दौरान उनकी सोने की चेन और नकद रकम लूट ली गई। हमलावरों ने उन्हें घसीटते हुए चंद्रयान हॉस्पिटल तक ले गए। आंख, पीठ और छाती में गंभीर चोटें आई हैं। आनंद ने दो हमलावरों की पहचान सागर साहू और पूरन पाली के रूप में की।
▶️ 2. सोमवार: कुर्मी समाज का थाने का घेराव, एफआईआर की मांग
घटना से आक्रोशित कुर्मी समाज के सैकड़ों लोगों ने सोमवार को सिटी कोतवाली पहुंचकर प्रदर्शन किया।
समाज के जिला अध्यक्ष लालबहादुर चंद्रवंशी ने कहा,
“यह हमला केवल आनंद पर नहीं, पूरे समाज पर हमला है। दोषियों की जल्द गिरफ्तारी हो, वरना जिला स्तर पर आंदोलन होगा।”
इसके बाद पुलिस ने आनंद चंद्रवंशी की शिकायत पर सागर साहू, पूरन पाली और अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की।
▶️ 3. मंगलवार: एफआईआर के विरोध में बजरंग दल का थाने का घेराव
एफआईआर दर्ज होने के बाद कथित बजरंग दल और गौरक्षक समिति के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को थाने पहुंचकर नारेबाजी और घेराव किया।
उनकी मांग थी कि एफआईआर को रद्द किया जाए, और कहा कि पुलिस एकतरफा कार्रवाई कर रही है।
सागर साहू, जो कि बजरंग दल के पूर्व पदाधिकारी है, अपने समर्थकों के साथ एफआईआर को वापस लेने की मांग करते रहे। उन्होंने पुलिस को चेतावनी दी कि यदि कार्रवाई वापस नहीं ली गई, तो आंदोलन उग्र होगा।
▶️ 4. गुरुवार 17 जुलाई: आरोपी सागर साहू और पूरन पाली गिरफ्तार, जेल भेजे गए
पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह (IPS) के निर्देश पर पुलिस ने नामजद आरोपी सागर साहू और पूरन पाली को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में दोनों ने मारपीट की बात कबूल की और अन्य साथियों के नाम बताए।
आरोपियों को भारतीय न्याय संहिता की धारा 115(2), 191(2), 191(3), 296, 331(6), 351(3) के तहत गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया।
अंत में: “कवर्धा की शांति अब किसके हवाले?”
यहाँ अब न इंसाफ की गूंज सुनाई देती है, न इंसानियत की आहट।
जिसे जो सही लगे, वो वही कर बैठता है —
कभी लाठी लेकर ‘रक्षक’ बन जाता है, तो कभी भीड़ बनकर ‘न्यायाधीश’।
मारपीट होती है, लूट होती है, और फिर थाने का घेराव भी।
पीड़ित की चीखें दब जाती हैं नारों के शोर में,
और शहर की शांति… वह अब केवल पोस्टर में मुस्कराती है।